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Vishwakarma Yojana 2023: विश्वकर्मा योजना को मिली कैबिनेट की मंजूरी | PM मोदी की बताई स्कीम से किसे और कैसे मिलेगा फायदा?

Vishwakarma Yojana 2023: विश्वकर्मा योजना को मिली कैबिनेट की मंजूरी | PM मोदी की बताई स्कीम से किसे और कैसे मिलेगा फायदा?

Vishwakarma Yojana 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से देश में विश्वकर्मा योजना लागू करने का एलान किया था, पीएम मोदी (PM Modi) ने सितंबर से ‘विश्वकर्मा योजना’ (Vishwakarma Yojana) शुरू करने की घोषणा की थी.

पीएम मोदी ने कहा था कि इसी साल सितंबर महीने से विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojna 2023) शुरू हो जाएगी. इसके बाद 16 अगस्त को ही खबर आई कि केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग में योजना को हरी झंडी दे दी गई है.

पीएम मोदी ने अपने 10वें स्वतंत्रता दिवस भाषण में पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए सितंबर महीने से 13,000-15,000 करोड़ रुपये के शुरुआती खर्च के साथ विश्वकर्मा योजना (Vishwakarma Yojana) शुरू करने की घोषणा की. चर्मकार, राज मिस्त्री, सुनार, दर्जी, औजार बनाने वाले, मूर्तिकार, जाल बनानेवाले आदि पेशेवालों के लिए विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी गई है.

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बजट जारी होने के बाद एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,,

“कौशल भारत मिशन और कौशल रोजगार केंद्रों के जरिए युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन करना है. और विश्वकर्मा योजना इसी सोच का नतीजा है.”

“सितंबर महीने से 13 हजार से 15 हजार करोड़ के शुरुआती खर्च के साथ सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी. 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा जयंती के दिन इसे लॉन्च कर दिया जाएगा.”

बजट 2023 में ‘विश्वकर्मा योजना’ (Vishwakarma Yojana) की घोषणा की गई थी. जिसका मकसद कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की क्वॉलिटी, पैमाने और पहुंच में सुधार करना और उन्हें घरेलू और ग्लोबल मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करना है. जिसकी वजह से ऐसे श्रमिकों, खासकरके से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े समुदायों, महिलाओं, ट्रांसजेंडर और समाज के अन्य कमजोर वर्गों से संबंधित लोगों का इकोनॉमिक इंपॉवरमेंट होगा.

What is Vishwakarma Yojana 2023

सोने के आभूषण, लोहे के औजार, हेयर ड्रेसर, राजमिस्त्री और कपड़ों की धुलाई वगैरह के कामों को पारंपरिक व्यवसाय या कौशल माना जाता है. विश्वकर्मा योजना के जरिए पारंपरिक
काम करने वालों को आर्थिक रूप से मजबूत किया जाएगा. साथ ही ट्रेनिंग, मॉडर्न तकनीकों की जानकारी, अपने व्यवसाय के प्रचार और मार्केटिंग के प्रावधान किए जाएंगे. सरकार की तरफ से कहा गया है कि इस योजना से छोटे कामगारों, कारीगरों, काश्तकारों को ग्लोबल मार्किट से जुड़ने में मदद मिलेगी.

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जिसमें उन्होंने कहा था कि वेबिनार करोड़ों भारतीयों के कौशल और एक्सपर्टाइज के प्रति समर्पित है. कौशल भारत मिशन और कौशल रोजगार केंद्र के जरिए करोड़ों युवाओं को कौशल प्रदान करने और रोजगार के अवसर का सृजन करना है. साथ ही विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना या पीएम विश्वकर्मा योजना को उसी सोच का परिणाम बताया था. योजना की आवश्यकता और ‘विश्वकर्मा’ नाम के औचित्य के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय लोकाचार में भगवान विश्वकर्मा की उच्च स्थिति और उन लोगों के सम्मान की एक समृद्ध परंपरा रही है

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Written by Priyanka Joshi

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